जंगल में एक हिरण का बच्चा चर रहा था। अचानक एक तेंदुआ आ गया। पदास ने जान बचाने के लिए एक घने घाटी जाली में प्रवेश किया। चीता भी उसे
रहा था। तेंदुआ ने किसान से उसे खाली करने का आग्रह किया। लेकिन किसान ने कहा, "तुम जंगली जानवर हो!
जब तुम को मैं आझाद करूंगा , तुम तो मुझे खा जाओगे।" तेंदुआ ने आश्वासन दिया कि वह ऐसा नहीं करेगा। किसान ने उसे मुक्त किया। तब तेंदुआ ने
अपना मूल स्वभाव दिखाया और किसान को खाने की बात करना शुरू किया। किसान ने कहा: मैंने आपको सहयोग करने के लिए भुगतान क्यों किया?
तेंदुआ ने भूख का कारण बताया। तभी उधर एक भेड़िया आ गया। दोनों की चर्चा सुनकर उसने किसान से कहा, “इतना बड़ा तेंदुआ!
मुझे यह दिखाओ, की वास्तविक में किसान ने कैसे आपको बचाया होगा ?
” यह सुनते ही तेंदुआ फिरसे आग में चला गया और फिर से फंस गया। उस पल में भेड़िये ने किसान से कहा, "ओह दोस्त, अब भाग जाओ!
पकड़ने के लिए जाल में घुस गया। पैडॉक छोटे थे और वे आसानी से जाल से बच गए। लेकिन तेंदुआ फंस गया था। उस समय एक किसान वहां से गुजर
नहीं तो यह फिर से तुम्हें धोखा देगा।"
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